Prabhu Mahan Vicharun Karya Tere
प्रभु महान विचारूं कार्य तेरे,
कितने अद्भुत जो तुमने बनाए
देखूं तारे सुनु गर्जन भयंकर,
सामर्थ तेरी सारे भूमण्डल पर
कोरसः प्रशंसा होवे प्रभु यीशु की,
कितना महान, कितना महान........... 2
2. वन के बीच में तराई मध्य मैं विचरूं,
मधुर संगीत मैं चिड़ियों का सुनु
पहाड़ विशाल से जब मैं नीचे देखूं
झरने बहने लगती शीतल वायु ......... प्रशंसा
3. जब सोचता हूँ कि पिता अपना पुत्र
मरने भेजा है वर्णन से अपार
कि क्रूस पर उसने मेरे पाप सब लेकर
रक्त बहाया कि मेरा हो उद्धार .. .. प्रशंसा
4. मसीह आवेगा शब्द तुरही का होगा
मुझे लेगा जहां आनन्द महान
मैं झुकूंगा साथ आदर भक्ति दीनता,
और गाऊंगा प्रभु कितना महान..... प्रशंसा