Christmas Song Ek Sitara Khushnuma
एक सितारा खुशनुमा
उनका हुआ रहनुमा जो मसीह को ढूंढते थे
खुश थे उसकी रौशनी से।
यूं मसीहा आख़िर को
तू हमारा रहबर हो।
तब वह गये खुर्रम हो
उसे सिज्दा करने को
चरनी में जो था मौजूद
आलमों का है माअबूद
वैसे हम भी ऐ गफूर
झुकें तेरे पाक हजूर।
जैसे वह ब-खुर्रमी
तोहफे लाए कीमती ।
तेरे लोग भी अब मुझे हुस्न-ए-तकददुस से।
अपने को ब-दिल-ओ-जान
नज़ करें ऐ सुल्तान ।
4. पाक मसीहा हम को सदा
राह-ए-रास्ते पर तू चला।
और जब फानी आलम से
रूख़्सत हों, तू जगह दे।
वहां पुर जलाल हम पर अपना जलवा ज़ाहिर कर।