Maan Main Deep Jala


कोरस-मन में दीप जला, प्रभु जी मेरे।


1. घोर अन्धेरा पथ ना सूझे 

सत् नगरी को पाऊँ कैसे? 

हाथ पकड़ कर तुम ही स्वामी

प्रेम की राह दिखाओ (2)


2. वास करो मेरे जीवन में 

बस जाओ मेरे नयनों में 

सब की तुमने लाज रखी है 

मेरे भी बन जाओ, प्रभु जी


3. प्राण दिये हैं पापिन कारण 

मेरे भी तुम कष्ट निवारण 

धार बही जो क्रूस से तेरे

उसमें मुझे नहलाओ (2)