Mera Sir Hai Amanat Yeshu Di


कोरस-मेरा सिर है अमानत यीशु दी 

दर दर ते झुकाया नहीं जांदा 

जेहड़ा साड़े बदले जान देवे 

मुख उस तों लुकाया नहीं जांदा।


वारां तन मन उसे हबीब उत्ते 

उहदा नाम रहे मेरी जीभ उत्ते 

इक पल वी भुलाया नहीं जांदा।


असीं दुनियाँ तों मुख मोड़ लिया 

शैतान दा बंधन तोड़ लेया 

मुढ़ गल विच पाया नहीं जांदा।


सब सख्तीयाँ सिर उत्ते चावांगे 

इक्को यीशु मसीह नूँ मनावांगे 

हर इक नैं मनाया नहीं जांदा।


दुनियां दे रिश्ते टुट जावण 

भावें अपणे पराये रुस जावण 

साथों यीशु रूसाया नहीं जांदा।