Kull Duniya Tariki Main Doob Gayi Thi
कुल्ल दुनियाँ तारीकी में डूब गई थी,
इस दुनियाँ का नूर है यीशु
खुदावन्द की रौशनी मरगूब आई थी,
कि इस दुनियाँ का नूर है यीशु।
2. ऐ गुनाहगार ! इस रौशनी में आ,
तेरा गुनाह वह दूर करेगा,
अब देखता हूँ गर अन्धा मैं था
कि दुनियाँ का नूर है यीशु।
3. मसीही न होवें तारीक और उदास,
कुल दुनियाँ का नूर है यीशु।
वे रोशनी में चलते हैं यीशु के पास,
कि इस दुनियाँ का नूर है यीशु।
4. ऐ तुम जो गुनाह और तारीकी में हो,
इस दुनियाँ का नूर है यीशु।
अब उठके वह बरकत, खुदावन्द से ले,
कि दुनियाँ का नूर है यीशु।
5. आसमान से भी सूरज न होगा ज़रूर,
उस दुनियाँ का नूर है यीशु।
उस शहर सुनहरे में यीशु का नूर,
उस दुनियाँ का नूर है यीशु।