Masih Ke Naam Se Murde Jilae Jate Hain


शिफाएं मिलती है मुज़्दे सुनाए जाते हैं।


2. जहाँ में धूम मची आप की विलादत पर।

फ्लक पे गीत फ्रिशते सुनाए जाते हैं।


3. ख़ताएं बख़्शीं मसीहा ने अपनी रहमत से। 

मरीज़ पाके शिफा हम्द गाऐ जाते हैं।


4. सलूक वह हुआ बदले में इस भलाई के। 

कि नंगी पीठ पे कोड़े लगाए जाते हैं।


5. बहा के खून किया चश्मा आप ने जारी। 

गुनाहगार भर आके नहाए जाते हैं।


6. हलीम उठा के नज़र देख कलवरी की तरफ 

गुनाह हमारे मसीहा उठाए जाते हैं।