Aa Chuka Hun Tere Dar Par Ab Dua Ke Vaste
1. आ चुका हूँ तेरे दर पर अब दुआ के वास्ते ।
दस्त बस्ता चश्म-ए-गिरियां, इस्तिजा के वास्ते।
2. आया खाली हाथ हूँ मैं ए खुदावन्द-ए-करीम ।
कर करम मुझ पे तू शाहे-अंबिया के वास्ते।
3. दिल सियाह और रूह सियाह और सख्त ही बदकार हूँ।
होंठ खुल सकते नहीं तेरी सना के वास्ते।
4. पाक रूह अब दीजिये और पाक मुझको कीजिये।
है यह मेरी इल्तिजा इन्न-ए-खुदा के वास्ते ।
5. बख़्श मुझ को नेकी-ओ-पाकीज़गी-ए-दिल खुदा
कर करम मुझ पर मसीहे-मुजतबा के वास्ते।
6. सख़्त ज़ख्मी है मेरा दिल तीर-ए-इसीयां से खुदा
खून-ए-मुन्जी चाहता हूँ मैं शिफा के वास्ते ।।