Kahan Jate Ho Musafir Kahan Jane Ka Saman


1. लड़के :-  कहां जाते हो मुसाफिर कहां जाने का सामान ?

लड़कियां : - हम सब अपने देश को जाते 

यह ही शाह का है फरमान 

करते तै पहाड़ मैदान को, 

जाते हैं बाप के मकान को 

जाते हैं बाप के मकान को, 

जाते उसके ख़ास हुजूर सब


2. लड़के - क्या इस रात में तुम न डरते ? 

तुम कमज़ोर हो राह वीरान

लड़कियांः - हम न डरते, गाते, चलते, 

हैं फरिशते निगहबान ।


सब - प्यारा मुंजी भी है हादी, 

खुशनुमा है यही वादी, 

खुशनुमा है यही वादी, 

यह ही वतन की है राह।


3. लड़के - जाने वाले यह बताओ 

किस उम्मीद से जाते हो ?

लड़कियां - साफ लिबास ओ ताज जलाली, 

बाप के हाथ से पाने को।


सब - पीयेंगे हयात का पानी, 

रूह को होगी खुश इल्हानी,


4. लड़के - जाने वाले गर हम आएं 

हम को भी क्या लोगे साथ ?

लड़कियां - गर तुम आओ और शरीक हो,

 खुशी से हम देंगे हाथ।


सब - दिल हमारा खुश हो गाता 

यीशु तुम को भी बुलाता, 

यीशु तुम को भी बुलाता, 

चलो अब हमारे साथ।