Meri Jindagi Tu Le


1. मेरी ज़िन्दगी तू ले, अपनी मोहर उस पर दे। 

ले तू दिन और वक्त भी सब, सना तेरी हो ऐ रब्ब ।


2. कर कबूल इन हाथों को, इनसे तेरी ख़िदमत हो। 

पांव भी कर तू ताअबेदार, होवें तेज़ और खुश रफतार।


3. सोना रूपा माल व ज़र, रखता तेरे मज़बहे पर। 

और जो कुछ कमाऊँगा, तेरे पास ले आऊँगा।


4. यह आवाज़ भी तेरी है, तेरी हम्द में सेरी है। 

मेरे दिल को भी तू ले, उस में आकर रौनक दे।


5. अक्ल का खज़ाना भी, लाता हूँ मैं बा-खुशी। 

मुझ को ले सब सर ता पा, तेरा नित मैं रहूंगा।


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