Mile Khak Main Naujawan Kaise Kaise
मिले ख़ाक में नौजवां कैसे कैसे।
गये कब्र में नुकतादाँ कैसे कैसे ।।
सहे है मसीहा ने उम्मत की ख़ातिर।
जरें कैसे कैसे ज़ियाँ कैसे कैसे ।।
दिये पांव लुंजों को अन्धों को आंखें
तवाना किये नातवाँ कैसे कैसे ।।
4. लआज़र को हासिल हुई जान-ए-ताज़ा
जुबां पर गये बेज़बाँ कैसे कैसे।
5. जवानों को मरकद की चक्की ने पीसा
हुए चूर चूर उसतख़ाँ कैसे कैसे ।।
6. ना सोहराब बाकी रहा है न रूस्तम
ज़मीं खा गई पहलवान कैसे कैसे ।।
7. कोई मंज़िल-ए-गोर से फिर ना पलटा
रवाना हुए कारवाँ कैसे कैसे।
8. करें याद किस किसको किस किसको रोयें
इन आंखों ने देखे ज़माँ कैसे कैसे।