Tere Dil Ke Dwar Par Yeshu Khatkhta Ta
तेरे दिल के द्वार पर यीशु खटखटाता।
खोलो तुम दरवाज़ा, वह है आना चाहता।
बनना चाहता है वो हां हां, तेरा ही मेहमान आज।
रात भर तेरे साथ ही वो है रहना चाहता।
खुशी अपनी देता हां हां, होवे तू जलाली।
रात दिन तेरे साथ ही वो है रहना चाहता।।
3. नर्म आवाज़ से बोलता हां हां, मुआ वास्ते तेरे ।।
छोड़ो बद सलूकी खोलो दर मैं आता।।
4. तेरी ख़ातिर मैंने हां हां, पहना ताज कंटीला।
तुझ को मैं जलाली ताज पहनाना चाहता।।
5. बेवफा न हो तू हां हां, मेरे खून ख़रीदे।
कर इकरार तू मेरा, मुझ से क्यों शर्माता ।
6. यीशु प्यारो कहता हां हां, कीमती वक्त है जाता।
वक्त गया जो प्यारो वापिस फिर नहीं आता।।
7. खोलता हूँ दरवाज़ा हां हां, दिल का ऐ मसीहा।
आ और इस में रह तू मैं हूँ दिल से चाहता।।