Jaisa Main Hun Bagair Ek Baat
1. जैसा मैं हूं बगैर एक बात,
पर तेरे लहू से हयात,
और तेरे नाम से है नजात,
मसीह, मसीह मैं आता हूँ।
2. जैसा मैं हूँ कंगाल बदकार,
कमज़ोर, नालायक और लाचार,
अब तेरे पास ए मददगार,
मसीह, मसीह मैं आता हूँ।
3. जैसा मैं हूँ कम्बख़्त नापाक,
और मेरी हालत वहशतनाक,
लड़ाई भीतर, बाहर पाक,
मसीह, मसीह मैं आता हूँ।
4. जैसा मैं हूँ कबूल कर ले,
मुआफी और तसल्ली दे,
सिर्फ तेरे ही वसीले से,
मसीह, मसीह मैं आता हूँ।
5. जैसा मैं हूँ तेरा प्यार
मुझको उठावेगा हर बार।
और बरकत देगा बेशुमार
मसीह, मसीह मैं आता हूँ।