Hum Deen Ae Masiha Ke Khatir
कोरस- हम दीन-ए-मसीहा की ख़ातिर मरना भी गंवारा करते हैं
जब सिर पे मुसीबत आती है, यीशु को पुकारा करते हैं।
1. यीशु ने जगाया मुदाँ को, अन्धों को बख़्शी बीनाई
उस वक्त शिफा मिल जाती है,
जिस वक्त इशारा करते हैं।
2. हम रोज़ इबादत करते हैं, इंजील मुकद्दम पढ़-पढ़कर
हम लोग यहां पर रह कर भी,
जन्नत का नज़ारा करते हैं।
3. यीशु के मुबारक हाथों से हर चीज़ हमें मिल जाती है
दरबार-ए-मसीहा में जाकर,
हम हाथ पसारा करते हैं।
4. मुक्ति भी उसी को मिलती है, जीवन भी उसी को मिलता है।
जो दीन-ए-मसीहा की ख़ातिर
मरना भी गवारा करते हैं।