Zinda Imaan Bajurgon Ka


1. ज़िन्दा ईमान बुर्जुगों का, 

मुसीबत में था फतेहमंद, 

जब सुनते हैं उसका ब्यान,

दिल होते हैं तब खुश खुरसंद 

ज़िन्दा ईमान बजुगाँ का 

हम तुझ में रहेंगे सदा,


2. बुजुर्ग अगर्चिह कैद में बंद,

 तो भी थे दिल से वाह आज़ाद 

कैदी मसीह के खुश रहें, 

काश ऐसी हो उनकी औलाद । 

ज़िन्दा ईमान बुजुर्गों का, 

हम उसमें कायम हैं सदा,


3. मसीहा, तेरी रहमत से, 

सबको हम करेंगे प्यार। 

ईमान, उम्मदी, मुहब्बत से, 

हम देंगे सब को इश्तिहार, 

ज़िन्दा ईमान बुजुर्गों का, 

हम उसमें कायम हैं सदा।