Ae Guhnegar Ae Guhnegar


क्यों गाफिल सोता है। 

खुश हो कि तेरा मददगार, 

यीशु बुलाता है।


कोरस-मैं जानता हूँ मैं मानता हूँ 

कि यीशु मुन्जी है। 

और उसके साथ हाँ उसके हाथ, 

आसमान की कुंजी है।


2. ऐ गुनाहगार बेकस लाचार, 

दिन गुज़रा जाता है। 

अब हो नजात का तलबगार, 

यीशु बुलाता है।


3. ऐ गुनाहगार अब हो बेदार 

क्यों दुःख में रहता है। 

गरचिह तू है खतावार, 

यीशु बुलाता है।


4. ऐ गुनाहगार क्यों है बेज़ार 

क्यों मरना चाहता है। 

बेशक तो तू है बदकार, 

यीशु बुलाता है।


5. ऐ गुनाहगार क्यों है बेकरार 

तू क्यों शर्माता है। 

देख कैसा यह अजीब प्यार,

यीशु बुलाता है।


6. ऐ गुनाहगार हो ताअबेदार 

क्यों फजल खोता है। 

अब देख फिर एक पिछली बार, 

यीशु बुलाता है।