Akdas Rab Khuda Ae Kadir


1. अक्दस, अक्दस, अक़दस-रब्ब खुदा-ए-कादिर 

सुबह हम हैं गाते हम्द तेरी ऐ माअबूद 

अदस, अदस, अक़दस-ऐ-रहीम-ओ कादिर, 

वाहिद खुदा में पाक सालूस महमूद।


2. अदस, अदस, अक़द्दस तेरे तख़्त के साम्हने, 

कुल मुक़द्दसीन, हरदम गाते हैं सना, 

करोबीम और सराफीम सर को हैं झुकाते 

तू था, और है, और रहेगा सदा।


3. अदस, अक्दस, अदस पुर जलाल-ओ-अज़मत 

गर्चिह गुनाहगार से छिपा है यह जमाल, 

तू ही सिर्फ है अक़दस-लाशरीक पूर रहमत, 

कुदरत-ओ-प्यार और कुदूस में बा कमाल।


4. अदस, अदस, अक़दस-रब्ब खुदा-ए-कादिर, 

सारी मलूकात का सिर्फ तू ही है माअबूद, अक़दस, 

अदस, अदस-ऐ-रहीम ओ कादिर, 

वाहिद खुदा में पाक सालूस महमूद। आमीन